सियासत | बड़ा आर्टिकल
अब दलीय सरकारों से देश की जनता का उत्थान नहीं होगा, होना होता तो अब तक हो जाता
हिंदुस्तान का हर नौजवान किसी न किसी विचारधारा के रोग से ग्रसित है. क्या उस विचारधारा से गांव के गरीब के जीवन में अमूल-चूल परिवर्तन हुआ? बेटियों से बलात्कार तब भी होता था और आज ज्यादा हो रहा है? भ्रष्टाचार तब छुप छुपा के था आज खुल्लम खुल्ला हो रहा है, पुलिस तब भी कहर बरपाती थी, आज फ़र्ज़ी मुकदमों में फ़साती है, तब जातिवाद न के बराबर था और आज जाति ही सबकुछ है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
मोदी सरकार पर संघ जनसंख्या कानून के लिए दवाब क्यों बना रहा है?
RSS चीफ मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने देश के लिए एक व्यापक जनसंख्या नीति लाने की जरूरत बतायी है. ये भी वैसी ही डिमांड लगती है जैसी मंदिर बनाने के लिए कानून की मांग हुई थी - लिहाजा अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को ही तस्वीर साफ करनी होगी.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
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